आते जाते सबसे तेरा हाल पूछँ लेता हूं,
कुछ पल रोज तेरा ख्याल देख लेता हूं!

मिलती कहा है अब फुरसत हमको उतनी,
जितनी है उसमें तुम्हारा बखान कर लेता हूं!

मन में क्या है तुम्हारे अब क्या जानूं मैं,
बस तेरी मुस्कान को ही प्यार मान लेता हूं!

 कई राहों पर चलकर देखा है आजतक,
अब प्यार के राह पर चलकर देख लेता हूं!

'ललित' मिल जायेगी मंजिल दावा है मेरा,
बस नया कोई फिर प्रयास खोज लेता हूं!


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