मुसीबत

 जिन्दगी गुगली से फसाना चाहती है

आगे बढ़ रहा हूँ पीछे लाना चाहती है

कब कटेंगी ये मुसीबतें क्या मालूम 

अभी पता नहीं कितनी दिखाना चाहती  है!


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