अपना बना कर देखें
आओ फिर आपस में हाथ मिलाकर देखें
जो बनी नहीं बात वो बात बना कर देखें!
हर और हैं कोई ना कोई मुसीबत यहां
चलो तूफां में भी कश्ती को तैरा कर देखें!
साहिल पर पहुंच जायेगी अपनी नईया
बस इक दूजे पर विश्वास जता कर देखें!
ना मानी बात तो फिर पछताओगी तुम
सोचा एक बार फिर से समझा कर देखें!
'ललित' को तो मिल रहे हैं बथेरे यहां पर
पर सोचा क्यूं ना तुम्हे अपना बना कर देखे!
ललित
7754019301
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें